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Maritime India Vision 2030: Rs 83 Trillion Investment, 18 points

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  1. भारत 83 ट्रिलियन रुपये (1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) के समुद्री निवेश रोडमैप की योजना बना रहा है।

  2. नई दिल्ली में बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) ने Ambassadors’ Roundtable Meet आयोजित की, जिसमें 28 देशों के राजनयिक, वरिष्ठ अधिकारी, उद्योगपति और बहुपक्षीय प्रतिनिधि शामिल हुए।

  3. यह बैठक India Maritime Week (IMW) 2025 (27 से 31 अक्टूबर, मुंबई) की तैयारियों के तहत आयोजित हुई।

  4. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने की और भारत को वैश्विक समुद्री हब बनाने का लक्ष्य रखा।

  5. सोनोवाल ने वैश्विक साझेदारों को निमंत्रण दिया कि वे पोर्ट डेवलपमेंट, ग्रीन हाइड्रोजन हब और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर में संयुक्त निवेश करें।

  6. उन्होंने कहा कि Maritime India Vision 2030 और Amrit Kaal Vision 2047 से भारत का समुद्री क्षेत्र और अधिक टिकाऊ, आधुनिक और वैश्विक प्रतिस्पर्धी बनेगा।

वैश्विक सहयोग के लिए प्रमुख क्षेत्र

  1. बंदरगाह और कार्गो टर्मिनल विकास

  2. जहाज निर्माण और जहाज पुनर्चक्रण

  3. ग्रीन हाइड्रोजन हब और LNG बंकरिंग

  4. समुद्री औद्योगिक पार्क

  5. टिकाऊ और डिजिटल शिपिंग टेक्नोलॉजी

क्षेत्रीय दृष्टि

  1. राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने बंदरगाह आधुनिकीकरण, अंतर्देशीय जलमार्ग विस्तार और ग्रीन व AI-आधारित लॉजिस्टिक्स पर जोर दिया।

  2. उन्होंने कहा – “पोर्ट सिर्फ समृद्धि के द्वार नहीं, बल्कि भारत के भविष्य के द्वार हैं।”

प्रमुख परियोजनाएँ

  1. संयुक्त सचिव आर. लक्ष्मनन ने निवेश अवसर प्रस्तुत किए:

  • वधावन पोर्ट

  • गालथीया बे ट्रांसशिपमेंट हब

  • टुना टेकरा टर्मिनल

  • ग्रीन हाइड्रोजन और LNG अवसंरचना

  • नए समुद्री औद्योगिक क्लस्टर

नीतिगत सुधार और भविष्य की रूपरेखा

  1. भारत ने औपनिवेशिक युग के कानूनों की जगह पाँच नए प्रमुख कानून लागू किए हैं, जिनमें Indian Ports Act और Merchant Shipping Act शामिल हैं।

  2. चर्चा के प्रमुख बिंदु:

  • जहाज निर्माण क्षमता बढ़ाना

  • ब्लू इकोनॉमी से सतत रोजगार सृजन

  • समुद्री डिजिटलीकरण से पारदर्शिता बढ़ाना

  • कम उत्सर्जन और हाइड्रोजन-ईंधन वाले जहाजों को बढ़ावा देना

  • IFSC-GIFT City के माध्यम से समुद्री वित्त को विस्तार देना

निष्कर्ष

  1. सोनोवाल ने कहा – “India Maritime Week 2025 एक वैश्विक मंच होगा जहाँ विचार परियोजनाओं में बदलेंगे और प्रतिबद्धताएँ साझेदारी में।”

  2. इस Roundtable की सीख और निष्कर्ष IMW 2025 की रूपरेखा में शामिल किए जाएंगे।


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