SCO Summit 2025: The Power Economies, 5 Points

Delhi
G7 और NATO के करीब: कितनी बड़ी है SCO की अर्थव्यवस्था और कौन हैं इसके सबसे बड़े खिलाड़ी?
1. SCO समिट 2024-25 का परिदृश्य
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जुलाई 2024 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation – SCO) की बैठक में कहा था कि “कोई पहाड़ या सागर उन लोगों को नहीं रोक सकता जिनकी आकांक्षाएँ साझा हों।”
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उस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट को स्किप किया था, जिसे एक बड़ा संदेश माना गया।
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लेकिन 2025 में हालात बदले। अब चीन में हो रही SCO समिट (31 अगस्त 2025) में रिकॉर्ड संख्या में नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
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मोदी 2018 के बाद पहली बार चीन जा रहे हैं, खासकर अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव और ट्रम्प द्वारा भारतीय सामानों पर 50% टैरिफ लगाने के बाद।
2. SCO की अर्थव्यवस्था कितनी बड़ी?
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SCO को अक्सर एक सुरक्षा संगठन माना जाता है, लेकिन इसका आर्थिक आकार (Economic Size) भी बेहद बड़ा है।
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2025 में इसके 10 सदस्य देशों की कुल GDP $26.8 ट्रिलियन (22.5% विश्व अर्थव्यवस्था) है (IMF डेटा के अनुसार)।
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यह आकार में G7 के करीब है और NATO (30% ग्लोबल GDP) से बहुत पीछे भी नहीं है।
3. SCO के सबसे बड़े खिलाड़ी कौन?
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SCO की अर्थव्यवस्था तीन देशों पर टिकी है –
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चीन (China): $19 ट्रिलियन+ (70% हिस्सा)
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भारत (India): $4.2 ट्रिलियन
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रूस (Russia): $2.1 ट्रिलियन
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यह तीनों मिलकर SCO की 90% अर्थव्यवस्था बनाते हैं।
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बाक़ी सदस्य – ईरान, पाकिस्तान, कज़ाख़स्तान, उज्बेकिस्तान, बेलारूस, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान – कुल मिलाकर सिर्फ 15% योगदान देते हैं।
4. अन्य वैश्विक ब्लॉक्स से तुलना
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G7: लगभग $30 ट्रिलियन GDP
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NATO: करीब $36 ट्रिलियन GDP
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BRICS (Expansion के बाद): $48 ट्रिलियन (40% वैश्विक GDP)
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SCO: $26.8 ट्रिलियन (22.5% वैश्विक GDP) – यानी आकार में छोटा लेकिन प्रभावशाली आर्थिक ब्लॉक।
5. GDP बनाम GNP – आंकड़े क्या बताते हैं?
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GDP (Gross Domestic Product): देश के अंदर का उत्पादन।
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GNP (Gross National Product): देश के नागरिकों की कुल आय।
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SCO देशों में अंतर छोटा है –
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चीन: GDP $19.4 ट्रिलियन, GNP $18.9 ट्रिलियन
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भारत: GDP $4.2 ट्रिलियन, GNP $3.6 ट्रिलियन
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ईरान: GDP $341B, GNP $421B (GNP ज़्यादा)
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कज़ाख़स्तान: GNP कम है GDP से
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नतीजा: SCO का आर्थिक वर्चस्व सीमाओं के भीतर केंद्रित है।