US Now Owns 10% of Intel, 10 Points

Delhi
अमेरिका ने Intel में 10% हिस्सेदारी ली – ट्रम्प का बड़ा कदम
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निर्णय की घोषणा
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ट्रम्प प्रशासन ने बताया कि अमेरिका ने Intel में 10% हिस्सेदारी ली है।
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यह कदम बड़े निजी बिज़नेस पर सरकार का सीधा प्रभाव बढ़ाने की कोशिश माना जा रहा है।
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कंपनी की स्थिति
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Intel हाल के वर्षों में AI बूम में अपने प्रतिद्वंद्वी Nvidia और AMD से पीछे रह गई है।
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कंपनी के शेयर महामारी काल की ऊँचाई से लगभग 60% गिर चुके हैं।
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बोर्ड प्रतिनिधित्व
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अमेरिका ने कहा कि वह Intel के बोर्ड में डायरेक्ट प्रतिनिधित्व नहीं करेगा।
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शेयरधारकों के फैसलों पर वह मौजूदा बोर्ड के साथ ही वोट करेगा, कुछ सीमित अपवादों को छोड़कर।
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ट्रम्प की घोषणा
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ट्रम्प ने Truth Social पर लिखा:
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“अमेरिका अब Intel का 10% मालिक और नियंत्रक है।”
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“यह डील मुफ्त में हुई, लेकिन अब इन शेयरों की कीमत लगभग 11 अरब डॉलर है।”
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“Intel की सेमीकंडक्टर और चिप्स बनाने की क्षमता हमारे राष्ट्र के भविष्य के लिए बेहद अहम है।”
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फंडिंग का स्रोत
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हिस्सेदारी का भुगतान पुराने CHIPS and Science Act (2022) और Secure Enclave (2024) के अंतर्गत मिले फंड से किया जाएगा।
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विवरण:
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$5.7 अरब (CHIPS Act)
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$3.2 अरब (Secure Enclave)
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$2.2 अरब (पहले से मिले CHIPS ग्रांट)
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कुल निवेश: $11.1 अरब (लगभग 9.9% हिस्सेदारी)।
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ऐतिहासिक संदर्भ
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2008-09 वित्तीय संकट में सरकार ने अस्थायी रूप से कंपनियों में हिस्सेदारी ली थी।
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लेकिन मौजूदा स्थिति अलग है क्योंकि कोई आर्थिक संकट नहीं है।
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विशेषज्ञों के अनुसार इससे टैक्सपेयर को जोखिम भी हो सकता है।
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सरकारी हस्तक्षेप का विस्तार
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ट्रम्प ने इस महीने Nvidia और AMD से भी समझौता कराया:
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चीन को निर्यात लाइसेंस पाने के बदले उन्हें अमेरिकी सरकार को 15% रेवेन्यू देना होगा।
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AI और राष्ट्रीय सुरक्षा
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अमेरिका और चीन के बीच AI और चिप निर्माण की दौड़ तेज है।
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Intel में निवेश को राष्ट्रीय सुरक्षा और टेक्नोलॉजी नियंत्रण से जोड़ा जा रहा है।
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अन्य निवेश
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जापान की SoftBank ने भी इसी हफ्ते Intel में $2 अरब निवेश का ऐलान किया।
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राजनीतिक प्रतिक्रिया
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कुछ डेमोक्रेट्स ने कदम का समर्थन किया।
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सीनेटर मार्क वॉर्नर (D-Virginia) ने कहा:
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“Intel में हिस्सेदारी लेना सही है या नहीं, इस पर बहस हो सकती है।
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लेकिन एक बात स्पष्ट है – चीन को उन्नत चिप्स भेजने की छूट अमेरिका के घरेलू निवेश को कमजोर कर देगी।”
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