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Abundant Jobs For Software Professionals in Non-IT Sectors, 25 points

Job Cuts 2025

 

Bengaluru

  1. वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण कोर IT और सॉफ्टवेयर नौकरियों में भर्ती धीमी हो गई है।

  2. विशेषज्ञों का मानना है कि कंप्यूटर साइंस और IT के स्नातकों को पारंपरिक टेक नौकरियों से बाहर भी अवसर खोजने चाहिए।

  3. हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी, क्लीन एनर्जी, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और स्पेस इकोनॉमी जैसे उभरते सेक्टर टेक टैलेंट को आकर्षित कर रहे हैं।

  4. इन क्षेत्रों में स्थिर मांग, सरकारी/निजी निवेश और दीर्घकालिक स्किल डेवलपमेंट की संभावनाएं हैं।

  5. TCS द्वारा 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा के बाद इंजीनियरिंग टैलेंट में चिंता बढ़ गई है।

  6. FY24 के Upskilling रिपोर्ट के अनुसार 74% इंजीनियरिंग पेशेवरों का मानना है कि उनकी भूमिकाएं टेक्नोलॉजिकल बदलाव और AI से प्रभावित हो रही हैं।

  7. विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय IT अब हर साल 6 लाख फ्रेशर्स को हायर नहीं करेगा, इसलिए छात्रों को दूसरे क्षेत्रों की ओर बढ़ना होगा।

  8. Tier-II और Tier-III शहरों से पढ़े छात्रों के लिए विदेश में काम करने का सपना पिछले 2–3 वर्षों में काफी कम हो गया है।

  9. अब स्टूडेंट्स समझ रहे हैं कि कंप्यूटर साइंस डिग्री अब सुरक्षित IT करियर की गारंटी नहीं है।

  10. AI, डेटा साइंस, साइबर सुरक्षा और क्लाउड इंजीनियरिंग जैसे भविष्य-केंद्रित क्षेत्रों की ओर रुझान बढ़ रहा है।

  11. रिन्यूएबल एनर्जी, केयर-टेक, फिनटेक और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग ने हाल के वर्षों में फ्रेश ग्रैजुएट्स की भर्ती में पारंपरिक IT को पीछे छोड़ दिया है।

  12. इंटरडिसिप्लिनरी टेक सेक्टर (जहां टेक को साइंस, पॉलिसी या डिज़ाइन के साथ जोड़ा जा रहा है) तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।

  13. AI को हेल्थकेयर, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों के साथ जोड़ने वाले मल्टीडिसिप्लिनरी डोमेन लगातार लोकप्रिय रहेंगे।

  14. हेल्थकेयर टेक तेजी से बढ़ रहा है – AI आधारित मेडिकल टेस्ट, ऑनलाइन डॉक्टर कंसल्टेशन और स्मार्ट हेल्थ डिवाइस इसकी मुख्य वजह हैं।

  15. क्लीन एनर्जी और EVs में निवेश बढ़ रहा है और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाया जा रहा है।

  16. एग्रीटेक सेक्टर AI आधारित फसल निगरानी और सप्लाई चेन ऑप्टिमाइज़ेशन के लिए इंजीनियरों की भर्ती कर रहा है।

  17. ISRO की हालिया उपलब्धियों के बाद स्पेस इकोनॉमी भी इंजीनियर, डिजाइनर और डेटा साइंटिस्ट्स को आकर्षित कर रही है।

  18. इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, मेकाट्रॉनिक्स और सस्टेनेबल एनर्जी इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में इंजीनियरों की मांग बनी हुई है।

  19. आज रिक्रूटर्स ऐसे लोगों को चाहते हैं जो डिजिटल स्किल्स को बिजनेस, डिज़ाइन या संबंधित डोमेन नॉलेज के साथ जोड़ सकें।

  20. उदाहरण के लिए मशीन लर्निंग जानने वाला मैकेनिकल इंजीनियर या डेटा प्रोग्रामिंग जानने वाला पब्लिक-हेल्थ ग्रैजुएट, सामान्य कंप्यूटर साइंस ग्रैजुएट से अधिक प्रभावी माना जाता है।

  21. भारत सरकार सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में नीतियों और योजनाओं के माध्यम से सक्रिय रूप से समर्थन दे रही है।

  22. 2021 में “इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन” ₹76,000 करोड़ के बजट के साथ शुरू किया गया, जिससे 20,000 से अधिक प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष नौकरियां बनने की उम्मीद है।

  23. राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के लिए भी ₹6,003 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है।

  24. IT सेक्टर की सुस्ती ने भले ही चेतावनी दी हो, लेकिन लंबी अवधि में उद्योगों और तकनीकों के संगम के कारण एक नया परिवर्तन शुरू हो चुका है।

  25. आने वाले दशक की नौकरियां उन्हीं क्षेत्रों में उभरेंगी जहां AI का मिश्रण क्लाइमेट साइंस, रोबोटिक्स, हेल्थकेयर और डेटा एनालिटिक्स जैसे डोमेन्स के साथ होगा।

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