
Delhi: ताइवान का 2026 रक्षा बजट : प्रमुख बिंदु
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बजट में भारी बढ़ोतरी
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ताइवान ने 2026 के लिए रक्षा बजट में 20% से अधिक (22.9%) वृद्धि की योजना बनाई।
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कुल रक्षा बजट : T$949.5 अरब (लगभग $31.27 अरब)।
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यह राशि GDP का 3.32% है, जो 2009 के बाद पहली बार 3% से अधिक है।
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अमेरिका और चीन का दबाव
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अमेरिका लगातार ताइवान से रक्षा खर्च बढ़ाने की मांग कर रहा है।
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चीन बीते पाँच वर्षों से ताइवान पर सैन्य और राजनीतिक दबाव बढ़ा रहा है।
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राष्ट्रपति लाइ चिंग-ते ने घोषणा की कि 2026 में रक्षा बजट GDP के 3% से ऊपर ले जाया जाएगा।
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सरकार का दृष्टिकोण
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प्रधानमंत्री चो जंग-ताई ने कहा कि यह कदम राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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ताइवान NATO मॉडल का अनुसरण कर रहा है, जिसमें कोस्ट गार्ड और वेटरन्स को भी रक्षा खर्च में शामिल किया गया है।
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विशेष रक्षा परियोजनाएँ
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विशेष रक्षा बजट : T$117.6 अरब।
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इसमें नए लड़ाकू विमान, नौसैनिक रक्षा और अन्य आधुनिकीकरण योजनाएँ शामिल।
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संसद के आगामी सत्र में इन्हें मंजूरी मिलने की संभावना।
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कोस्ट गार्ड को पहली बार शामिल किया गया
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2026 से रक्षा बजट में कोस्ट गार्ड को भी शामिल किया गया।
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कारण : चीन के कोस्ट गार्ड के साथ नियमित टकराव और “ग्रे-जोन टैक्टिक्स” (दबाव बनाने की रणनीतियाँ)।
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युद्ध की स्थिति में कोस्ट गार्ड को नौसेना की भूमिका निभानी होगी।
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चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति
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चीन ने मार्च 2025 में रक्षा बजट 7.2% बढ़ाकर 1.78 ट्रिलियन युआन ($248 अरब) किया।
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यह चीन की आर्थिक वृद्धि दर (5%) से अधिक है।
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चीन लगातार नए एयरक्राफ्ट कैरियर, स्टेल्थ फाइटर जेट और मिसाइलें विकसित कर रहा है।
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चीनी वायुसेना लगभग दैनिक रूप से ताइवान के आसमान में मिशन चलाती है और युद्धाभ्यास करती है।
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👉 निष्कर्ष : ताइवान ने चीन से बढ़ते खतरे और अमेरिकी दबाव को देखते हुए 2026 में अपना रक्षा बजट ऐतिहासिक स्तर पर पहुँचा दिया है, जिसमें कोस्ट गार्ड को भी पहली बार रक्षा ढाँचे का हिस्सा बनाया गया है।