Indian Economy FY26 Q1: Growth 7%, 6 points

Delhi: भारतीय अर्थव्यवस्था : अप्रैल–जून तिमाही (FY26 Q1) की 6 प्रमुख झलकियाँ
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आर्थिक वृद्धि दर
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भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर अप्रैल–जून 2025-26 में 6.7% से 7% के बीच रहने का अनुमान।
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सरकार आधिकारिक आँकड़े इस माह के अंत तक जारी करेगी।
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पिछली वृद्धि दर (GDP) 6.5% थी।
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मुख्य आर्थिक संकेतक (High-frequency indicators)
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मैन्युफैक्चरिंग PMI : 58.1 से 58.6 के बीच।
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सर्विसेज PMI : अप्रैल 58.7, मई 58.8, जून 60.4।
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खुदरा महंगाई (CPI) जून 2025 में 77 माह के न्यूनतम स्तर 2.1% पर।
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विदेश व्यापार प्रदर्शन
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कुल निर्यात (सामान व सेवाएँ) में 5.9% (y-o-y) वृद्धि।
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कोर मर्चेंडाइज निर्यात में 7.2% (y-o-y) वृद्धि।
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विदेशी मुद्रा भंडार आरामदायक स्तर पर – 11 माह से अधिक का आयात कवर उपलब्ध।
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SBI की रिपोर्ट
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Q1 FY26 GDP अनुमान : 6.8% – 7%।
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वास्तविक और नाममात्र GDP का अंतर Q1 FY23 में 12 प्रतिशत अंक से घटकर Q4 FY25 में 3.4 प्रतिशत अंक।
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अनुमान : नाममात्र GDP Q1 में घटकर 8% रह सकता है।
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ICRA का आकलन
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Q1 FY26 GDP वृद्धि : 6.7% (Q4 FY25 के 7.4% से कम)।
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GVA वृद्धि : 6.4% (Q4 FY25 में 6.8%)।
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क्षेत्रवार प्रदर्शन:
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उद्योग : 4% (Q4 में 6.5%)
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कृषि : 4.5% (Q4 में 5.4%)
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सेवाएँ : 8.3% (Q4 में 7.3%) → आठ तिमाहियों में सर्वाधिक।
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HDFC बैंक की रिपोर्ट
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Q1 FY26 वृद्धि अनुमान : 6.9%।
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प्रमुख सहायक कारक :
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ग्रामीण मांग व कृषि उत्पादन में सुधार।
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सरकारी व्यय में मजबूती।
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अमेरिकी खरीदारों की स्टॉकिंग से निर्यात को सहारा।
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आपूर्ति पक्ष से GVA वृद्धि : 6.7% (y-o-y)।
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GDP व GVA का अंतर : अप्रत्यक्ष करों में वृद्धि और सब्सिडी वितरण में कमी के कारण।
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👉 समग्र रूप से, अप्रैल–जून 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था ने लचीलापन दिखाया है, सेवाओं का क्षेत्र सबसे तेज़ी से बढ़ा है जबकि उद्योग और कृषि की गति कुछ धीमी रही।