Insurance Premium = High, If GST = Low, 8 points

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सरकार विभिन्न उद्योगों में GST दरों में बदलाव की योजना बना रही है, और इस प्रक्रिया में बीमा क्षेत्र (Insurance Sector) भी शामिल है।
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रिपोर्ट्स के अनुसार, जीवन बीमा (Life Insurance) और स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) पर वर्तमान 18% GST को घटाकर 5% या शून्य (0%) करने पर विचार किया जा रहा है।
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कम GST का प्रभाव प्रीमियम पर क्या होगा?
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पहली नजर में यह लगता है कि GST कम होने से बीमा प्रीमियम भी कम हो जाएगा।
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लेकिन बीमा उद्योग के वरिष्ठ विशेषज्ञों का कहना है कि GST कम होने से प्रीमियम कम होने के बजाय बढ़ भी सकता है।
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इंडस्ट्री के अनुसार, यदि GST दर घटा दी जाती है तो बीमा कंपनियाँ Input Tax Credit (ITC) का लाभ नहीं ले पाएंगी।
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मौजूदा नियमों के तहत यदि GST दर 5% या 0% होती है, तो उस पर Input Tax Credit लागू नहीं होता।
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यदि बीमा कंपनियाँ ITC का दावा नहीं कर सकेंगी, तो उनकी मार्जिन (profit margin) कम हो जाएगी, और इसका सीधा असर उच्च प्रीमियम के रूप में ग्राहकों पर पड़ेगा।
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इसी कारण बीमा कंपनियाँ वित्त मंत्रालय से अनुरोध करने की तैयारी में हैं कि स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर GST दर कम न की जाए।
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IRDAI की सिफारिशें:
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जुलाई में गठित Group of Ministers (GoM) ने वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य पॉलिसियों और टर्म लाइफ इंश्योरेंस पर GST पूरी तरह से हटाने की सिफारिश की थी।
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अंतिम निर्णय से पहले बीमा नियामक संस्था IRDAI से भी राय मांगी गई थी, जो दिसंबर 2024 में परिषद को सौंप दी गई थी।
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