Coming Up On Sept 1: South Asia’s Fastest Ferry, 14 points

Mumbai
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महाराष्ट्र सरकार 1 सितंबर से मुंबई को रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग से जोड़ने वाली हाई-स्पीड Ro-Ro फेरी सेवा शुरू करने जा रही है।
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इसे दक्षिण एशिया की सबसे तेज फेरी बताया जा रहा है।
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यह सेवा मुंबई के भाऊचा धक्का से रत्नागिरी (जैगड) और सिंधुदुर्ग (विजयदुर्ग) तक चलेगी।
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मुंबई से जैगड: 3 घंटे
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मुंबई से विजयदुर्ग: 5 घंटे
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सामान्य समय में यह सड़क मार्ग से 10–14 घंटे का सफर होता है।
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इस जहाज़ का नाम M2M है और यह 25 नॉट्स की गति से चलेगा।
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यात्री क्षमता:
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कुल 656 सीटें
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552 इकोनॉमी, 44 प्रीमियम इकोनॉमी, 48 बिज़नेस क्लास, 12 फर्स्ट क्लास
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वाहन क्षमता:
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50 कारें
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30 दोपहिया वाहन
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साइकिलें
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मिनी बसें (बड़ी बसों की भी व्यवस्था संभव)
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किराया संरचना:
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इकोनॉमी: ₹2,500
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प्रीमियम इकोनॉमी: ₹4,000
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बिज़नेस क्लास: ₹7,500
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फर्स्ट क्लास: ₹9,000
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वाहनों का किराया:
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कार: ₹6,000
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दोपहिया: ₹1,000
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साइकिल: ₹600
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मिनी बस: ₹13,000 (बड़ी बसें क्षमता अनुसार)
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यात्रा की लास्ट-माइल कनेक्टिविटी के लिए जेट्टी से पास के शहरों तक बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
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यह परियोजना राज्य के पोर्ट्स विभाग और केंद्र के शिपिंग मंत्रालय का संयुक्त उपक्रम है।
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त्योहारों (गणेशोत्सव, होली आदि) के दौरान जब ट्रेनें व सड़कें भीड़भाड़ से भर जाती हैं, तब यह सेवा एक सुरक्षित, तेज़ और आरामदायक विकल्प देगी।
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सरकार इस परियोजना को गेम-चेंजर मान रही है और आगे इसे श्रीवर्धन व मंडवा जैसे अन्य कोकण स्थलों तक विस्तार करने की योजना बना रही है।
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इसका उद्देश्य केवल त्योहारों में भीड़ कम करना ही नहीं बल्कि कोकण क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना भी है।