ITR Filing 2025: Do It This Way, 7 Points

Delhi – ITR Filing 2025: The Right Way to File Your Income Tax Return
-
टैक्स रेजीम का चयन करें
-
आयकर पोर्टल पर डिफ़ॉल्ट रूप से नया टैक्स रेजीम लागू होता है।
-
करदाता अपनी सुविधा के अनुसार पुराना या नया टैक्स रेजीम चुन सकते हैं।
-
-
महत्वपूर्ण दस्तावेज़ क्रॉस-चेक करें
-
AIS और Form 26AS डाउनलोड करें और वास्तविक TDS, TCS या चुकाए गए टैक्स की जाँच करें।
-
अगर कोई गड़बड़ी मिले, तो उसे नियोक्ता, टैक्स डिडक्टर या बैंक से सुलझाएँ।
-
-
सभी दस्तावेज़ों की पुष्टि करें
-
ITR भरते समय जरूरी दस्तावेज़ जैसे बैंक स्टेटमेंट/पासबुक, ब्याज प्रमाणपत्र, छूट/कटौती की रसीदें, Form 16, Form 26AS, निवेश प्रमाण आदि तैयार रखें और ध्यान से जाँचें।
-
-
सही ITR फॉर्म चुनें
-
ITR-1 से ITR-7 तक उपलब्ध विकल्पों में से सही फॉर्म चुनें।
-
रिटर्न में कुल आय, कटौतियाँ, ब्याज, चुकाए गए टैक्स आदि की पूरी जानकारी शामिल करें।
-
ध्यान रखें कि ITR-1 के साथ कोई दस्तावेज़ संलग्न करने की आवश्यकता नहीं होती।
-
-
व्यक्तिगत विवरण जाँचें
-
PAN, स्थायी पता, संपर्क जानकारी और बैंक अकाउंट डिटेल्स जैसी जानकारी सही तरीके से भरी गई हो, यह सुनिश्चित करें।
-
-
समय सीमा न चूकें
-
निर्धारित अंतिम तिथि से पहले ही ITR फाइल करें।
-
देरी से फाइल करने पर लेट फीस, कैरी-फ़ॉरवर्ड लाभ का नुकसान और छूट/कटौती न मिलने जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
-
-
रिटर्न का ई-वेरिफिकेशन करें
-
ITR फाइल करने के बाद उसका ई-वेरिफिकेशन ज़रूरी है।
-
अगर मैनुअल वेरिफिकेशन करना चाहें तो ITR-V की साइन की हुई कॉपी निर्धारित समय सीमा में स्पीड पोस्ट द्वारा इनकम टैक्स विभाग के सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर भेजें।
-