Andhra PradeshBankingDelhiMaharashtraMarketMSMENewsTamil NaduTaxTelanganaTPI SpecialYour Money

S&P Global ने Trump को दिखाया ठेंगा, बढ़ाई India की credit rating, 10 points

Standard & Poor's Global says India one of fastest growing economies

New Delhi / Mumbai / Hyderabad / Amravati / Bengaluru / Chennai

1. रेटिंग अपग्रेड का ऐतिहासिक फैसला

  • S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की क्रेडिट रेटिंग BBB- से बढ़ाकर BBB कर दी, आउटलुक “स्थिर” रखा।

  • यह अपग्रेड 18 साल बाद हुआ; पिछली बार जनवरी 2007 में BBB- रेटिंग दी गई थी।

  • S&P ने कहा: “भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।”


2. आर्थिक प्रदर्शन और भविष्य का अनुमान

  • कोविड महामारी के बाद भारत ने 2022-24 में औसतन 8.8% वास्तविक GDP वृद्धि दर्ज की, जो एशिया-प्रशांत में सबसे अधिक है।

  • अगले 3 वर्षों में 6.8% वार्षिक वृद्धि का अनुमान।

  • GDP का लगभग 60% घरेलू खपत से आता है, जिससे बाहरी झटकों का असर सीमित।


3. रेटिंग का महत्व

  • S&P रेटिंग पाँच क्षेत्रों पर आधारित होती है:

    • संस्थागत

    • आर्थिक

    • बाहरी

    • राजकोषीय

    • मौद्रिक

  • BBB रेटिंग का मतलब: “वित्तीय दायित्वों को पूरा करने की पर्याप्त क्षमता, लेकिन प्रतिकूल परिस्थितियों में जोखिम अधिक।”


4. अमेरिकी टैरिफ और रूसी तेल पर प्रभाव

  • अमेरिका के 25% (बाद में 50%) टैरिफ का असर S&P के अनुसार “मैनेजेबल”।

  • अगर भारत रूसी तेल आयात बंद करता है, तो अतिरिक्त लागत सीमित होगी।


5. सरकार की प्रतिक्रिया

  • वित्त मंत्रालय ने कहा:

    • “राजकोषीय अनुशासन, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण और समावेशी विकास के प्रयासों का परिणाम यह अपग्रेड है।”

    • 2047 तक “विकसित भारत” का लक्ष्य।

  • सरकार ने लंबे समय से S&P, Moody’s और Fitch से उच्च रेटिंग की मांग की थी।


6. निवेश और विदेशी पूंजी प्रवाह

  • रेटिंग अपग्रेड से:

    • विदेशी निवेश में बढ़ोतरी

    • मुद्रा विनिमय दर पर सकारात्मक असर

    • सरकारी व निजी क्षेत्र के उधार लेने की लागत में कमी


7. हालिया GDP और विकास की स्थिरता

  • 2024-25 में 6.5% GDP वृद्धि – 4 वर्षों में सबसे कम, लेकिन स्थायी स्तर पर सामान्यीकरण।

  • दीर्घकालिक उच्च विकास दर रोजगार सृजन, असमानता घटाने और जनसांख्यिकीय लाभ के लिए आवश्यक।


8. मुद्रास्फीति और बाहरी स्थिति

  • RBI ने मुद्रास्फीति को 2-6% लक्ष्य दायरे में रखा।

  • चालू खाते का घाटा अगले वर्षों में कम रहने का अनुमान।


9. सार्वजनिक वित्त और घाटा

  • केंद्रीय व राज्य सरकार का संयुक्त राजकोषीय घाटा:

    • 2025-26: 7.3% GDP

    • 2028-29 तक घटकर 6.6% होने का अनुमान।

  • इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च में निरंतर वृद्धि:

    • 2019-20: ₹3.36 लाख करोड़

    • 2025-26: ₹11.21 लाख करोड़ (केंद्र)

    • केंद्र + राज्य = GDP का 5.5% इंफ्रा निवेश।


10. सरकारी कर्ज

  • संयुक्त कर्ज (केंद्र + राज्य):

    • 2024-25: 83% GDP

    • 2028-29: घटकर 78% GDP

  • केंद्र का लक्ष्य:

    • 2030-31 तक कर्ज-से-GDP अनुपात 49-51%, अभी 57.1%।

Related Articles

Back to top button