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Perplexity AI के CEO का Google से Chrome खरीदने का बड़ा प्रस्ताव, 8 points

Aravind Srinivas surprises tech world

New Delhi

  1. प्रस्ताव का विवरण

    • Perplexity AI, जिसके CEO भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास हैं, ने Google Chrome को खरीदने के लिए $34.5 बिलियन (₹3,02,152 करोड़ से अधिक) का नकद प्रस्ताव दिया है।

    • यह प्रस्ताव कंपनी के अपने मूल्यांकन से कहीं ज्यादा है।

  2. कंपनी की पृष्ठभूमि

    • Perplexity ने अब तक Nvidia और SoftBank समेत निवेशकों से लगभग $1 बिलियन जुटाए हैं।

    • पिछली बार कंपनी का मूल्यांकन $14 बिलियन था।

    • कंपनी का दावा है कि कई निवेश फंड इस डील को पूरा फाइनेंस करने को तैयार हैं (नाम नहीं बताए गए)।

  3. गूगल पर नियामकीय दबाव

    • अमेरिका के न्याय विभाग (US Justice Department) ने Google पर ऑनलाइन सर्च में गैरकानूनी एकाधिकार का आरोप लगाया है।

    • संभावित उपायों में Google को Chrome बेचने के लिए मजबूर करना भी शामिल है।

    • Google ने अपील करने का फैसला किया है और Chrome बेचने का कोई संकेत नहीं दिया है।

    • कानूनी प्रक्रिया में सालों लग सकते हैं और मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा सकता है।

  4. Perplexity का वादा

    • Chrome का Chromium कोड ओपन-सोर्स रखना।

    • अगले 2 वर्षों में ब्राउज़र में $3 बिलियन का निवेश

    • Chrome की डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन सेटिंग्स बरकरार रखना।

  5. प्रतिस्पर्धी रुचि

    • OpenAI, Yahoo और Apollo Global Management ने भी Chrome में रुचि दिखाई है।

    • DuckDuckGo के CEO का अनुमान है कि Chrome की जबरन बिक्री की कीमत कम से कम $50 बिलियन हो सकती है।

  6. कंपनी का विकास और उद्देश्य

    • 2022 में अरविंद श्रीनिवास, डेनिस यारात्स, जॉनी हो और एंडी कोनविंस्की ने मिलकर Perplexity की स्थापना की।

    • इसका AI-आधारित सर्च इंजन रियल-टाइम में संदर्भ सहित जवाब देता है।

    • हाल ही में कंपनी ने Comet नाम का अपना AI ब्राउज़र लॉन्च किया।

    • Chrome खरीदने से कंपनी को 3 अरब से अधिक उपयोगकर्ताओं तक पहुंच मिलेगी, जिससे OpenAI और अन्य के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।

  7. CEO की पृष्ठभूमि

    • अरविंद श्रीनिवास चेन्नई में जन्मे, IIT मद्रास से स्नातक।

    • पहले Google में काम किया और Yoshua Bengio के तहत इंटर्नशिप की।

    • 2025 में कंपनी ने भारती एयरटेल के साथ साझेदारी की, जिससे 360 मिलियन भारतीय उपयोगकर्ताओं को मुफ्त Perplexity Pro मिला।

  8. विशेषज्ञों की राय

    • विशेषज्ञ मानते हैं कि Google शायद Chrome बेचेगा नहीं, क्योंकि यह उसकी AI रणनीति का अहम हिस्सा है।

    • Google Chrome में AI-जनरेटेड सर्च सारांश (Overviews) जैसे फीचर जोड़े जा रहे हैं।

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