आपकी एक गलती से नहीं मिलेगा इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा

रायपुर। जीएसटी के बहुत से नियमों के बारे में आपको जानना जरूरी है,अगर आपने थोड़ी सी भी लापरवाही की तो आपको इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ नहीं मिल पाएगा। ये बदलाव जुलाई महीने से लागू भी हो गए।
आईटीसी लेना है तो आपके लिए यह जानना जरूरी
जुलाई 2025 की टैक्स अवधि से जीएसटी नेटवर्क कुछ बड़े बदलाव करने जा रहा है। ये बदलाव कंपनियों के जीएसटी रिटर्न से संबंधित हैं। अगर आप कोई कंपनी चलाते हैं तो आपके लिए जीएसटी रिटर्न की प्रक्रिया में होने वाले इस बदलाव को जानना जरूरी है। खासकर ऐसे कारोबारियों के लिए जो इनपुट टैक्स क्रेडिट लेते हैं या लेना चाहते हैं।
नहीं कर सकेंगे रिटर्न फाइल
पहले बदलाव बड़ा बदलाव जीएसटी रिटर्न फाइल करने की अवधि से संबंधित है। जीएसटी रिटर्न से संबंधित तमाम तरह की फाइलिंग के लिए तीन साल की सीमा निर्धारित की गई है। यह बदलाव जुलाईसे लागू हो गया है। इसका मतलब यह है कि अगस्त में होने वाली रिटर्न फाइलिंग में यह शुरू हो रही है। जीएसटी में सप्लाई के लिए भी, टैक्स पेमेंट के लिए, सालाना रिटर्न के लिए समेत कई तरह की रिटर्न फाइल की जाती हैं। तीन साल की अवधि इन सभी रिटर्न पर लागू होगी।
पिछले वर्ष अक्टूबर में ही थी सुगबुगाहट
जीएसटी नेटवर्क पिछले साल अक्टूबर से ही बिजनेस जगत को इस होने वाले बदलाव के बारे में बता रहा था, जिसे अब लागू किया जा रहा है। जीएसटी नेटवर्क का कहना है कि इस बदलाव का उद्देश्य सिस्टम को अधिक सक्षम बनाना, पुराने और अधूरे रिटर्न के बोझ को कम करना तथा सबको अधिक अनुशासित होने के लिए प्रेरित करना है।
रिटर्न नहीं फाइल किया तो क्या होगा
नए नियम में 3 साल के विंडो को बढ़ाने का प्रावधान नहीं है। अर्थात अगर आपने 3 साल की अवधि में रिटर्न फाइल नहीं किया तो आपके पास आगे उसे फाइल करने का कोई विकल्प नहीं होगा। अगर आप इनपुट टैक्स क्रेडिट लेना चाहते हैं तो रिटर्न फाइल न करने पर आपको उसका नुकसान हो सकता है। अपने इनपुट खरीदने पर जो टैक्स चुकाया है उसका क्रेडिट आपको नहीं मिलेगा।
ऑटो-पॉपुलेट आंकड़े बदले नहीं जा सकेंगे
एक और अहम बदलाव किया है और वह भी जुलाई 2025 की टैक्स अवधि से लागू होगा। टैक्स भुगतान से संबंधित फॉर्म संख्या में जो आंकड़े ऑटो पापुलेट होते हैं, उन्हें बदला नहीं जा सकेगा। अभी तक यह एडिटेबल था अर्थात टैक्सपेयर इस फॉर्म में पहले से मौजूद आंकड़ों को बदल सकते थे।