बांग्लादेशी विमान की 10 वीं बरसी आज- 10 वर्षों में 300 मीटर खिसका विमान
- पांच करोड़ के करीब पहुंचा किराया

रायपुर।
स्वामी विवेकानंद विमानतल में बीते दस वर्षों से बांग्लादेशी विमान खड़ा है। विमान की हालत अब ऐसी हो गई है कि चिडिय़ों ने अपना बसेरा बना लिया है और किराया भी पांच करोड़ के करीब पहुंच गया है। सैकड़ों बार रायपुर विमानतल अथारिटी ने बांग्लादेशी कंपनी को विमान ले जाने के लिए पत्र लिखने के साथ मेल किया है,लेकिन कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों इस विमान के नीलामी की भी चर्चा थी,लेकिन अभी तक कोई लीगल आदेश नहीं मिल पाया है।
यह था मामला-
सात अगस्त 2015 को ं बांग्लादेश का मैकडॉनल डगलस 83 एयरक्राफ्ट ढाका से मस्कट के लिए जा रहा था तभी विमान का इंजन फेल हो गया, लेकिन तब तक विमान भारतीय सीमा में प्रवेश कर चुका था। इस विमान की आपातकालीन लैंडिंग रायपुर विमानतल में हुई। बांग्लादेश देश का यह विमान ढाका से उड़ान भरकर मस्कट जा रहा था। बेमेतरा के 32000 फीट ऊपर से गुजर रहा था तभी विमान के इंजन में खराबी होने से एक धमाका हुआ। उसके बाद विमान की रायपुर में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। विमान में सवार 173 यात्रियों को बांग्लादेश की मदद से मस्कट भेज दिया गया, लेकिन उसके बाद से ये विमान एयरपोर्ट के अंदर ही खड़ा है।
यह भी जानें
1.पहला विदेशी मामला जिसमें उस देश की ओर से कोई जवाब नहीं आ रहा
स्वामी विवेकानंद विमानतल के अधिकारियों का कहना है कि अब लीगल लेवल पर निर्णय होना है। भारत का ये पहला मामला है कि किसी विदेशी एयरलाइन का विमान एयरपोर्ट में खड़ा हो और उस देश की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा हो। विमान का आगे क्या करना है या विमान को स्क्रैप किया जाएगा ये कहना मुश्किल है, क्योंकि ये पहला मामला है और इसके लिए कोई स्पष्ट नियम नहीं है।
2.सुधारने की हुई कोशिश
वर्ष 2019 में बांग्लादेश यूनाइटेड एयरवेज के इंजीनियर की टीम ने विमान को ठीक कराने की कोशिश की थी और 300 मीटर विमान को खिसकाया भी गया। उसके बाद से बांग्लादेश एयरवेज की तरह से कोई कोशिश नहीं हुई और ये कहा गया कि बांग्लादेश ने विमान को लावारिश छोड़ दिया है।
3.लगभग पांच करोड़ के करीब पहुंचा किराया
रायपुर एयपोर्ट में खड़े विमान का किराया करीब पांच करोड़ पहुंच गया है। विमान की कैटीगिरी के अनुसार पार्किंग चार्ज होता है।